श्री पागल बाबा मंदिर
श्री पागल बाबा मंदिर के भव्य दर्शन
अपनी सुंदरता बिखेरता यह मंदिर 18000 वर्ग फीट में बना है, जो 221 फीट ऊंचा है। इस मंदिर के हर मंजिल पर भगवान की प्रतिमा स्थापित है। इसके अलावा बाबा के ऐतिहासिक गोपेश्वर महादेव मंदिर के पास स्थित भूतगली में लीला कुंज का भी निर्माण किया। वहीं, 24 जुलाई 1980 ईस्वी को पागल बाबा ने अपने शरीर का त्याग कर दिया और समाधि ले ली। बाबा की प्रतिमा मंदिर में आप देख सकते हैं। इस पर जज ने ब्राह्मण से पूछा कि ये बुजुर्ग कौन था और कहा रहता है? तो ब्राह्मण ने कहा कि यही तो बांके बिहारी हैं और ये तो सभी जगह होते हैं। इस पर जज अपने कार्य से इस्तीफा देकर सन्यासी रूप में कृष्ण की खोज में निकल पड़ा, जिसके बाद उसे लोग पागल बाबा कहने लगे और वह इसी नाम से विख्यात हुआ। साल 1969 ईस्वी में पागल बाबा ने मंदिर निर्माण के लिए योजना बनाई और मथुरा मार्ग पर संगमरमर से बना नौ मंजिला लीलाधाम का निर्माण कराया, जिसे पागल बाबा मंदिर के नाम से जाना जाता है।